नृत्य के घराने – Nritya Gharana

नृत्य के घराने

• राजदरबारों में विकसित कत्थक नृत्य परम्परा से घराना पद्धति का जन्म हुआ । नर्तकों ने अपनी – अपनी नृत्य शैली के आधार पर घरानों का नाम …

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गजल के प्रकार क्या है रदीफ़, काफिया, मक्ता, मतला ? Ghazal अध्याय(22/22)

गजल के प्रकार

गजल के प्रकार- गजल यह अरबी साहित्य में उल्लेखित प्रसिद्ध काव्य विधा है , जो समय के साथ फारसी , उर्दू , नेपाली और हिन्दी साहित्य में भी बेहद लोकप्रिय हुई । संगीत के क्षेत्र में….

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भजन शैली Bhajan Shaili अध्याय(21/22)

भजन शैली

भजन सुगम संगीत की एक शैली है । इसका आधार लोकसंगीत या शास्त्रीय संगीत हो सकता है । भजन मूल रूप से किसी देवी – देवता की प्रशंसा में गाया जाने वाला गीत है । स्तोत्र और….

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गीत के प्रकार- निर्गीत, ध्रुवा Geet अध्याय(20/22)

गीत के प्रकार

अध्याय-20 – ” गीत ” | गायन के 22 प्रकार गायन प्रबंध गायन शैली ध्रुपद गायन शैली धमार गायन शैली सादरा गायन शैली ख्याल गायन शैली तराना त्रिवट …

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सुगम संगीत का अर्थ, परिचय और महत्व Sugam Sangeet, Lokgeet, अध्याय(19/22)

सुगम संगीत का अर्थ

सुगम संगीत का अर्थ है वह संगीत जो सीखने में आसान है और जिसे सरलता से गाया तथा बजाया जा सकता है । सुगम संगीत को भारतीय संगीत विद्या का ही एक भाग कह सकते हैं । इसे हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत के नियम या किसी खास नियमों में….

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चैती गायन Chaiti Gayan Shaili अध्याय(17/22)

चैती गायन

अध्याय- 17 ( चैती गायन ) | गायन के 22 प्रकार गायन प्रबंध गायन शैली ध्रुपद गायन शैली धमार गायन शैली सादरा गायन शैली ख्याल गायन शैली तराना …

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होरी गायन शैली Hori Gayan Shaili अध्याय(16/22)

होरी गायन शैली

होरी गायन शैली – होरी शब्द की व्युत्पत्ति का सम्बन्ध शास्त्रीय संगीत की धमार शैली के साथ जोड़ा जा सकता है , क्योंकि इसके साहित्य में प्रायः होरी का वर्णन  मिलता है….

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टप्पा गायन शैली Tappa Gayan Shaili अध्याय(15/22)

टप्पा गायन शैली

टप्पा संस्कृत भाषा का शब्द माना जाता है , जिसका अर्थ – उछलना कूदना छलांग लगाना है । यह पंजाब में अत्यधिक लोकप्रिय है । मूलरूप से यह पंजाब की लोक गायन शैली….

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दादरा गायन शैली – Dadra Gayan Shaili अध्याय (14/22)

दादरा गायन शैली

दादरा- दादरा वस्तुतः ठुमरी शैली का गायन है । दादरा गीत शृंगार रस प्रधान गीत है इसकी प्रकृति ठुमरी के समान प्रतीत होती है । इसी कारण दादरा गायन शैली को….

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ठुमरी गायन क्या है ? Thumri के अंग, भेद -अध्याय(13/22)

ठुमरी गायन क्या है ?

ठुमरी गायन क्या है ? ठुमरी शब्द का व्यवहार हिन्दुस्तानी संगीत की एक विशेष गेय विधा के लिए किया जाता है । यह एक भावप्रधान व चपल चाल वाला गीत हैं । इसे आजकल शास्त्रीय….

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रागमाला क्या है ? अध्याय- (12/22) Raagmala ya RaagSagar kya hai ?

रागमाला क्या है ?

या रागमाला क्या है ? रागसागर या रागमाला एक ही गीत के भिन्न – भिन्न पद या भिन्न – भिन्न रागों में बँधे होते हैं , तो उसे ‘ रागमालिका ‘ या ‘ रागमाला ‘ कहते हैं । हिन्दुस्तानी संगीत में इसे….

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लक्षण गीत क्या है ? अध्याय- (11/22) Lakshan Geet ke Prakar ?

लक्षण गीत क्या है

लक्षण गीत लक्षण गीत दो शब्दों ‘ लक्षण ‘ व ‘ गीत ‘ के योग से बना हुआ है । लक्षण का अर्थ किसी वस्तु , प्राणी व स्थान इत्यादि के चिह्न से लगाया जा सकता है । गीत एक काव्यात्मक प्रबन्ध….

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