राग जनसम्मोहिनी का परिचय raag Janasammohini ka Parichay

राग जनसम्मोहिनी

राग जनसम्मोहिनी संक्षिप्त परिचय Raag Janasammohini राग जनसम्मोहिनी के महत्वपूर्ण बिंदु राग जनसम्मोहिनी को खमाज थाट में रक्खा गया है । कोमल निषाद के अलावे शेष स्वर …

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राग भीम का परिचय Introduction of Raag Bhim/Bheem

राग भीम का परिचय

राग भीम का परिचय – इसे काफी थाट जन्य माना गया है । आरोह में ऋषभ – धैवत वर्ज्य तथा अवरोह में सातो स्वर प्रयुक्त होने से …

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MAJOR MINOR INTERVALS / स्वरांतर MUSIC THEORY

major minor intervals

11 Types of Intervals in Music MAJOR MINOR INTERVALS (स्वरांतर) – सप्तक या कहें Octave में प्रयुक्त किन्हीं भी दो स्वरों की दूरी को स्वरांतर ( इन्टरवेल ) कहते हैं । स्वरों के बीच का अंतर श्रुति अथवा स्वरांतर….

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Western Notation System in Hindi पाश्चात्य स्वरलिपि पद्धति के प्रकार

western notation system

स्वरलिपि पद्धति से क्या लाभ है ? आदि काल से आज तक के संसार की सम्पूर्ण स्वरलिपि पद्धतियों को मुख्य 4 वर्गों में विभाजित किया जा सकता है ।
1. सोल्फा स्वरलिपि पद्धति ( Solfa Notation System ) 2. न्यूम्स स्वरलिपि पद्धति ( Neumes Notation System ) 3. ….

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लयकारी की परिभाषा क्या है ? कुआड़ क्या है ?Layakari

लयकारी

भारतीय संगीत में लयकारी क्या है ? – लयकारी का सम्बन्ध ताल से है , तबला, ढोलक, इत्यादि वाद्य यन्त्र जिनका उपयोग ताल देने के लिए होता है । गायक को भी ताल में ही गाना होता है । गायक गाने के समय अथवा वादक बजाते वक्त सर्वप्रथम एक लय निश्चित करता है और….

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How to write Staff Notation स्टाफ स्वरलिपि in Hindi ?

how to write staff notation

स्टाफ स्वरलिपि लिखने के लिए 11 समानांतर रेखाओं की सहायता से तीनों सप्तकों और प्रत्येक स्वरों को प्रदर्शित करने की सुविधा तो हो गई , किंतु प्रत्येक बार 11 रेखायें खींचनी पड़ती थी । अतः 11 रेखाओं के दो भाग किये गये । प्रत्येक में 5-5 रेखायें आईं और छठवीं….

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राग मियाँ मल्हार – Raag Miyan Malhar परिचय in Hindi

राग मियाँ मल्हार

विशेषता – मतभेद – स्वरों का अध्ययन – राग मियाँ मल्हार आलाप तानें राग बहार – परिचय, आलाप, तानें , विवरण, विशेषता राग बहार और मियाँ मल्हार …

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Indian Culture and Music भारतीय संस्कृति और संगीत in Hindi

indian-culture-and-music

भारतीय शास्त्रीय संगीत को समझना मतलब भारतीय संस्कृति की जड़ों को समझना है। ‘भारतीय’ केवल विशेषण नहीं है; यह एक आत्मा है। भारतीय संगीत आर्यों के सामवेद से लेकर वैश्विक भारतीयों के फ्यूजन संगीत तक बहुत आगे बढ़ चुका है….

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ग्राम की परिभाषा क्या है ? ग्राम के कितने प्रकार हैं ? Gram

ग्राम की परिभाषा

भरत ने केवल दो ग्रामों षडज ग्राम और मध्यम ग्राम का वर्णन किया है और गन्धार ग्राम को स्वर्ग स्थित बताया है । मतंग ने भी तीसरे ग्राम का नाम तो लिया , किन्तु उसे स्वर्ग – स्थित बताया । ग्राम से मूर्छना की रचना हुई है। ….

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मूर्छना का अर्थ क्या है ? मूर्छना किसे कहते हैं ? Murchana

मूर्छना

मूर्छना की परिभाषा- भरत के अनुसार क्रम से सात स्वरों का आरोह तथा अवरोह करने से मूर्छना बनती हैं । लेकिन प्रश्न यह उठता है कि किन सात स्वरों का आरोहावरोह किया जाए ? जवाब – यह है कि ग्राम के ….

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Vishnu Digambar Paluskar Biography / जीवनी in Hindi

vishnu-digambar-paluskar-biography

सम्पूर्ण और वैज्ञानिक स्वरलिपि पद्धत्ति का निर्माण, गान्धर्व महाविद्यालय की स्थापना, 50 पुस्तकों की रचना की । पण्डितजी ने गीतों में से शृंगार सम्बन्धी शब्दों को हटाकर शुद्ध राग – रागिनियों द्वारा भक्ति रस को लोकप्रिय बनाया ….

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राग बहार परिचय, आलाप, तानें , विवरण, विशेषता Raag Bahar

राग बहार

रि-ध तीवर कोमल निगम , उतरत धैवत टार । स – म सम्वादी – वादी है , समझो राग बहार ।। – राग चन्द्रिकासार राग बहार का …

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