सुगम संगीत का अर्थ, परिचय और महत्व Sugam Sangeet, Lokgeet, अध्याय(19/22)

सुगम संगीत का अर्थ

सुगम संगीत का अर्थ है वह संगीत जो सीखने में आसान है और जिसे सरलता से गाया तथा बजाया जा सकता है । सुगम संगीत को भारतीय संगीत विद्या का ही एक भाग कह सकते हैं । इसे हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत के नियम या किसी खास नियमों में….

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कजरी लोकगीत या कजली- उत्तर प्रदेश का Lokgeet – Kajri / Kajli अध्याय(18/22)

कजरी लोकगीत

लोकसंगीत की विधा कजली अथवा कजरी विभिन्न प्रांतों में जीवन के विभिन्न प्रसंगों, उत्सवों, त्यौहारों आदि पर गाये जाने वाले लोक गीत है । यह विभिन्न प्रकार के स्वर , ताल , पद द्वारा….

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चैती गायन Chaiti Gayan Shaili अध्याय(17/22)

चैती गायन

अध्याय- 17 ( चैती गायन ) | गायन के 22 प्रकार गायन प्रबंध गायन शैली ध्रुपद गायन शैली धमार गायन शैली सादरा गायन शैली ख्याल गायन शैली तराना …

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होरी गायन शैली Hori Gayan Shaili अध्याय(16/22)

होरी गायन शैली

होरी गायन शैली – होरी शब्द की व्युत्पत्ति का सम्बन्ध शास्त्रीय संगीत की धमार शैली के साथ जोड़ा जा सकता है , क्योंकि इसके साहित्य में प्रायः होरी का वर्णन  मिलता है….

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टप्पा गायन शैली Tappa Gayan Shaili अध्याय(15/22)

टप्पा गायन शैली

टप्पा संस्कृत भाषा का शब्द माना जाता है , जिसका अर्थ – उछलना कूदना छलांग लगाना है । यह पंजाब में अत्यधिक लोकप्रिय है । मूलरूप से यह पंजाब की लोक गायन शैली….

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दादरा गायन शैली – Dadra Gayan Shaili अध्याय (14/22)

दादरा गायन शैली

दादरा- दादरा वस्तुतः ठुमरी शैली का गायन है । दादरा गीत शृंगार रस प्रधान गीत है इसकी प्रकृति ठुमरी के समान प्रतीत होती है । इसी कारण दादरा गायन शैली को….

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ठुमरी गायन क्या है ? Thumri के अंग, भेद -अध्याय(13/22)

ठुमरी गायन क्या है ?

ठुमरी गायन क्या है ? ठुमरी शब्द का व्यवहार हिन्दुस्तानी संगीत की एक विशेष गेय विधा के लिए किया जाता है । यह एक भावप्रधान व चपल चाल वाला गीत हैं । इसे आजकल शास्त्रीय….

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रागमाला क्या है ? अध्याय- (12/22) Raagmala ya RaagSagar kya hai ?

रागमाला क्या है ?

या रागमाला क्या है ? रागसागर या रागमाला एक ही गीत के भिन्न – भिन्न पद या भिन्न – भिन्न रागों में बँधे होते हैं , तो उसे ‘ रागमालिका ‘ या ‘ रागमाला ‘ कहते हैं । हिन्दुस्तानी संगीत में इसे….

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लक्षण गीत क्या है ? अध्याय- (11/22) Lakshan Geet ke Prakar ?

लक्षण गीत क्या है

लक्षण गीत लक्षण गीत दो शब्दों ‘ लक्षण ‘ व ‘ गीत ‘ के योग से बना हुआ है । लक्षण का अर्थ किसी वस्तु , प्राणी व स्थान इत्यादि के चिह्न से लगाया जा सकता है । गीत एक काव्यात्मक प्रबन्ध….

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सरगम क्या है ? अध्याय- (10/22) Sargam kya hai ?

सरगम क्या है ?

संगीत के सुरों को ‘ सरगम ‘ कहा जाता है । सरगम शब्द प्रथम चार सुरों के नामों के प्रथम अक्षर के मेल से बनाया गया है । सरगम को एक प्रकार से संक्षिप्तीकरण भी….

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चतुरंग क्या है ? Chaturang के अंग ? अध्याय- (9/22)

चतुरंग क्या है

चतुरंग यह हिन्दुस्तानी संगीत पद्धति के शास्त्रीय गान के मंच पर प्रदर्शित की वाली एक शैली है । इसके नाम से ही ज्ञात होता है कि इसमें चार अंगों सम्मिश्रण है । अतः यह चार अंगों के….

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त्रिवट क्या है ? अध्याय (8/22) Trivat Shaili kya hai ?

त्रिवट क्या है ?

जब किसी तराने में मृदंग के बोलों का प्रयोग किया जाता है , तो उस विशिष्ट गायन शैली को त्रिवट के नाम से बुलाया जाता है । यह हिन्दुस्तानी संगीत पद्धति के शास्त्रीय गान….

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