भजन सोपोरी जीवनी Biography in Hindi, सम्मान Bhajan Sopori

भजन सोपोरी की जीवनी Biography of Bhajan Sopori

भजन सोपोरी जीवनी Biography- • भजन सोपोरी का जन्म वर्ष 1948 में जम्मू – कश्मीर के श्रीनगर जिले में हुआ ।

  • इनका पूरा नाम भजन लाल सोपोरी है । इनके पिता पण्डित एस एन सोपोरी भी सन्तूर वादक थे ।
  • • भजन सोपोरी की प्रारम्भिक शिक्षा घर पर हुई । इनके दादा एस सी सोपोरी तथा इनके पिता एस एन सोपोरी ने इन्हें सन्तूर की शिक्षा दी । इन्हें गायन शैली तथा वादन शैली दोनों शैलियों की शिक्षा दी गई ।
  • इन्होंने अंग्रेजी साहित्य में मास्टर्स डिग्री प्राप्त की तथा वाशिंगटन विश्वविद्यालय , यू एस ए से पश्चिमी शास्त्रीय संगीत का अध्ययन किया ।

संगीत में योगदान

  • इनका सम्बन्ध कश्मीर के ‘ सूफियाना घराने ‘ से है । इन्होंने सन्तूर वादक के रूप में ख्याति प्राप्त की ।
  • इन्होंने एक एलबम ‘ नट योग ऑन सन्तूर ‘ बनाया । इन्हें जम्मू – कश्मीर और शेष भारत के बीच सांस्कृतिक दूत के रूप में जाना जाता है , ये Sa Ma Pa – ( सोपोरी अकादमी फॉर म्यूजिक एण्ड परफॉर्मिंग आर्ट्स ) के संस्थापक हैं , जो भारतीय शास्त्रीय संगीत को बढ़ावा देता है । इसका उद्देश्य जेल के कैदियों के उपचार के लिए संगीत का उपयोग करना और समाज तथा कैदियों के बीच भावनात्मक सम्बन्ध को विकसित करना है ।
  • ये भारत के एकमात्र शास्त्रीय संगीतकार हैं , जिन्होंने संस्कृत , अरबी , फारसी सहित देश की लगभग सभी भाषाओं में 4000 से अधिक गीतों के लिए संगीत तैयार किया । भजन सोपोरी ने तीन नए रागों की रचना की है , जिनमें – राग लालेश्वरी , राग पटवंती और राग निर्मलरंजनी हैं ।
  • इन्होंने देश में राष्ट्रीय एकता के लिए विभिन्न गीतों को फिर से बजाया है ; जैसे – हम होंगे कामयाब , कदम – कदम बढ़ाए जा , सरफरोशी की तमन्ना , विजयी विश्व तिरंगा प्यारा , वन्दे मातरम् , भारत की बेटी , नमन तुझको मेरे भारत इत्यादि ।
  • ये कश्मीर घाटी में भारतीय शास्त्रीय संगीत को जनता के बीच वापस लाने के लिए , कश्मीर जाने वाले एकमात्र भारतीय शास्त्रीय संगीतकार हैं ।

सम्मान • पुरस्कार

  • भजन सोपोरी को उनके सांगीतिक योगदानों के साथ – साथ समाज के प्रति निभाए गए कार्यों के लिए विभिन्न पुरस्कारों से सम्मानित किया गया , जिनमें कुछ प्रमुख हैं
    • – वर्ष 1993 में संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार
    • – वर्ष 2004 में पद्मश्री सम्मान
    • – वर्ष 2009 में बाबा अलाउद्दीन खान पुरस्कार
    • – वर्ष 2011 में एम एन माथुर सम्मान
    • – वर्ष 2016 में जम्मू और कश्मीर राज्य आजीवन उपलब्धि पुरस्कार

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