राग रागेश्वरी का परिचय Raag Rageshwari ka Parichay in Hindi ( श्लोक –
राग रागेश्वरी द्वै गन्धार वादी म , षाडव सम्पूरन जाति ।
आरोहन में प वर्जित कर , गावत गुनि जन रात्रि ।।
– राग चन्द्रिकासार (श्लोक)
विषय - सूची
राग रागेश्वरी का संक्षिप्त परिचय
- राग रागेश्वरी का जन्म खमाज थाट से माना गया है ।
- इसमें कोमल नि(निषाद) प्रयुक्त होता है ।
- प स्वर बिल्कुल वर्ज्य है और आरोह में रे वर्जित है ।
- राग की जाति औडव – षाडव है ।
- इसमें ग वादी तथा नि सम्वादी है ।
- गायन – समय रात्रि का द्वितीय प्रहर है ।
- आरोह – सा ग , म ध , नि सां ।
- अवरोह – सां नि ध , म ग , रे सा ।
- पकड़ – ध नि सा ग , म ग रे सा ।
न्यास के स्वर– ग , म और ध ।
समप्रकृति राग– मालगुंजी और बागेश्वरी ।
विशेषता (राग रागेश्वरी का परिचय)
( 1 ) रागेश्वरी का एक दूसरा प्रकार है जिसके आरोह में शुद्ध निषाद और अवरोह में कोमल निषाद प्रयोग किया जाता है , किंतु मंद्र सप्तक में सदैव कोमल नि प्रयोग किया जाता है । कोमल निषाद की रागेश्वरी अधिक प्रचलित है ।
( 2 ) इसमें ध ग की संगति बड़ी मनोरंजक है ।
( 3 ) अवरोह में कभी – कभी ग स्वर वक्र प्रयोग किया जाता है यथा नि ध ग म रे सा ।
विशेष स्वर – संगतियाँ
1. ध नि सा ग , म ग रे सा ,
2. म ध नि सां , नि ध म ग ,
3. मग , म ग रे सा , नि ध ,
4. ग म ध नि ध , म ग ,
आलाप
1. सा , ग , म ग , म ग रे सा , रे सा नि ध ऽ नि सा ग , म ग ऽ म ग रे सा ।
2. ध नि सा ग , ग , म , ध म , म ध नि सां , ध नि सां ध नि ध म , म ध नि ध म , म ग म ग रे सा , रे सा नि ध ऽ नि सा ग , ग , म ग रे सा ।
3. सा ग म , ध म , नि ध म , ध नि सांध म , नि सां ध म ऽ ( सां ) ध नि ध म , म ध नि सां नि ध म , ध म , ध नि ध नि सां ऽ नि ध म , ग म ध नि ध म , ग ऽ म ग रे सा , रे सा नि ध ऽ नि सा ग , म ग , म रे सा ।
4. ग म ध ऽ नि सां , ( सां ) ध म , म । सां नि ध , म ध म , ध म ग , म ग , रे सा ध नि सा ग , म ग रे सा । 5. ग म ध नि सां , सां गं रें सां , सां गं मं , मं गं मं गं रें सां , गं रें सां , गं मं रें सां , रें सां नि ध , म , म ध नि सां नि ध म , म ध म , ध म ग , म ग रे सा , रे सा नि ध नि सा ग , म ग रे सा ।
तानें
1. धनिसाग मगरेसा सागमध निधमग मधनिसां निधमग निधमग मगरेसा , गमधनि सांगरेंसां निधमग मगरेसा ।
2. मम गमम गरेसा , धध मधध मग मग रेसा , निनि धसांसां निध मग मग रेसा , सांसां सांगंगं रेंसां निध मध निध मग रेसा ।
3. गम धनिसां धनिसां धनि सांसां निध मगरेसा , गम धनि सांगंग रेंसां निध निध मग रेसा , गम धनि सांगं मंगं रेंसां , गंग रेंसां रेंसां निध मध निसां निध मग मग रेसा धनि सा ।
4. मग मग रेसा धनि साग सागम , धम गरे सानि साग साग मध सांसां निध निध मग धध मग मग रेसा रेसा निध निध साग साग म , ममं गंममं गरें सांसां रेंसां निध मध निसां निध मग मग रेसा ।
5. मम गमम धध मधध सांसां निसांसां गंगं सांगंगं मम गंममं गरें सांनि धम गऽ मग रेसा , धनिसाग सागमध मधनिसां रेंसांनिध निधमग मगरेसा धनिसा ।
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