गायन शैली क्या है ? Gayan Shaili के प्रकार ? Thumri, Khayal, Dhrupad, Tarana
गायन शैली का अर्थ है- गाने के तरीके । विशेष तत्व, नियमों और तरीकों से गीत की निर्मित शैली को गायन शैली कहा गया । गीत के कुछ भाग हैं – स्थाई, अंतरा, संचारी और अभाव । गायन शैली के प्रकार हैं – ध्रुपद, धमार, ख्याल, ठुमरी, टप्पा, लक्षण गीत, तराना, भजन और गीत, चतुरंग, त्रिवट, स्वरमालिका, होली ….