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लक्षण गीत क्या है ? अध्याय- (11/22) Lakshan Geet ke Prakar ?

लक्षण गीत क्या है

अध्याय- 11 ( लक्षण गीत ) | गायन के 22 प्रकार

लक्षण गीत क्या है ? आइये जानते हैं –

  1. गायन
  2. प्रबंध गायन शैली
  3. ध्रुपद गायन शैली
  4. धमार गायन शैली
  5. सादरा गायन शैली
  6. ख्याल गायन शैली
  7. तराना
  8. त्रिवट
  9. चतुरंग
  10. सरगम
  11. लक्षण गीत
  12. रागसागर या रागमाला
  13. ठुमरी
  14. दादरा
  15. टप्पा
  16. होरी या होली
  17. चैती
  18. कजरी या कजली
  19. सुगम संगीत
  20. गीत
  21. भजन
  22. ग़ज़ल

लक्षण गीत क्या है ?

लक्षण गीत लक्षण गीत दो शब्दों ‘ लक्षण ‘ व ‘ गीत ‘ के योग से बना हुआ है । लक्षण का अर्थ किसी वस्तु , प्राणी व स्थान इत्यादि के चिह्न से लगाया जा सकता है । गीत एक काव्यात्मक प्रबन्ध है , जो पद साहित्य की एक विशिष्ट शैली है । साधारण रूप से लक्षण गीत का शाब्दिक अर्थ किसी वस्तु , प्राणी या स्थान विशेष के लक्षण बताने वाले गीत है । 

प्रत्येक राग का अलग से लक्षण गीत निर्मित होता है । ताल , संगीत और राग गायन की महत्त्वपूर्ण घटना है , इसलिए जहाँ राग के स्वरूप को गीत के द्वारा उसी राग में स्वरबद्ध कर लक्षण गीतों का निर्माण हुआ , वही विभिन्न तालों के स्वरूप बताने वाले लक्षण गीतों का भी निर्माण हुआ , जिन्हें ताल लक्षण गीत भी कहा जा सकता है ।

लक्षण गीत के प्रकार क्या है ?

लक्षण गीत के निम्न तीन प्रकार हैं –

  1. राग लक्षण गीत- राग लक्षण गीत किसी राग विशेष के लक्षणों को बताने वाला गीत है । वर्तमान समय में लक्षण गीत के राग में लक्षण गीत का प्रसार अधिक पाया जाता है । इसमें राग के थाट , स्वर , वादी , संवादी गायन , समय एवं प्रकृति इत्यादि का विवरण मिलता है । वर्तमान समय में राग लक्षण गीत की रचनाएँ भी लक्षण गीत के अन्य प्रकारों से अधिकतर पाई जाती हैं । रा लक्षण गीत की कुछ रचनाएँ आज भी प्राप्त होती हैं , जिनमें रागों और बहुत सारे अप्रचलित रागों का विवरण मिलता है । कुछ प्रचलित
  2. ताल लक्षण गीत– ताल के लक्षणों को बताने वाले गीत को ताल लक्षण – गीत की संज्ञा दी गई है । इसमें किसी ताल विशेष के लक्षण अथवा मात्रा , विभाग खाली ताली तथा प्रकृति इत्यादि के अतिरिक्त यह विवरण भी मिलता है कि यह किस ताल वाद्य पर बजने वाला ताल है । विभिन्न तालों के लक्षणों को बताने वाले अनेकों ताल लक्षण – गीत स्वरलिपि सहित हमें प्राप्त होते हैं ।
  3. शास्त्र लक्षण गीत– लक्षण गीत के इस प्रकार से संगीत के विभिन्न शास्त्रीय भेदों की चर्चा मिलती है ; जैसे – नाद , श्रुति , स्वर , ग्राम एवं मूर्च्छना इत्यादि । शास्त्र लक्षण गीत की काफी रचनाएँ हमें प्राप्त हुई हैं ।

आगे आने वाली जानकारियों और गायन शैली के 22 प्रकार के बारे में जानने के लिए Subscribe करें , Share करें अपने मित्रों के बीच और जुड़े रहे सप्त स्वर ज्ञान के साथ, धन्यवाद ।

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