संगीत में कायदा क्या है ?
संगीत में कायदा का मतलब क्या है ? कायदा फारसी भाषा का शब्द है , कायदा का अर्थ विधान , नियम , ढंग , तरीका , विधि है । कायदे का सम्बन्ध तबले से है ।
संगीत में कायदा की परिभाषा क्या है ?
इसकी परिभाषा इस प्रकार है ” कायदा तबले में प्रयुक्त होने वाले मूल वर्णों द्वारा निर्मित उस नियमबद्ध बन्दिश को कहते हैं , जो मात्रा , ताली , खाली , विभाग पर आधारित होता है तथा जिसका अधिक – से – अधिक विस्तार होना सम्भव हो और उसके अभ्यास द्वारा हाथों को सही ढंग से गतिशील किया जा सके तथा तबला वादन की कला अच्छी तरह आ जाए , वही सही रूप में कायदा कहलाता है ।
” साहित्य की दृष्टि से इस प्रकार भी कह सकते हैं कि जिस प्रकार विभिन्न शब्दों द्वारा स्वर – व्यंजन व वर्णों का बोध कराया जाता है , उसी प्रकार कायदों द्वारा तबले के उन मूल वर्णों का परिचय कराया जाता है , जैसे साहित्य एक ही वर्ण का ज्ञान प्राप्त कराने के लिए भिन्न – भिन्न शब्दों की रचना की गई है ; जैसे — ‘ क ‘ कल , कह , कर , कलम , कमल , कलश , कटहल इत्यादि । ठीक उसी प्रकार कायदों के तथा इसके पल्टों के द्वारा विस्तार करते हुए इसके वर्गों की पहचान करवाई जाती है ।
कायदे के निर्माण हेतु ध्यान रखने योग्य बातें –
- तबले में प्रयुक्त होने वाले मूल वर्गों से कायदों का निर्माण होता है ।
- कायदे का निर्माण ताल की मात्रा , ताली , खाली पर आधारित है ।
- यह एक तथा उससे अधिक आवर्तन का होता है ।
- इसके वर्गों पर अधिक सजगता से ध्यान रखा जाता है , जिससे इसका अधिक – से – अधिक विस्तार किया जा सके ।
- इसके दो भाग होते हैं । इसका प्रथम भाग भरी वर्गों से तथा द्वितीय भाग खाली वर्गों से बनता भरी शब्द को ( खुली ) भी कहा जाता है तथा खाली को ( मूंदी ) कहते हैं ।
बोल | धा धा ते रे | धा धा तू ना | ता ता ते रे | धा धा धिं ना |
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